13 February 2016

Implantation

  मित्रो ! अपना जीवन साथी कैसे चुने ?के लिखने के बाद अब प्रेग्नेंसी पर एक विस्तृत लेख माला प्रस्तुत करने जा रहा हूँ |अपने विचारो / प्रश्नों से अवगत कराते रहियेंगा|

 

मातृत्व की तैयारी -3

भ्रूण की स्थापना Implantation,

निषेचित अंडे में अनेक परिवर्तन आते हैं ;फिर यह खुद को Endometrium पर स्थापित करता हैं |इस अवस्था में Endometrium और मोटी  हो जाती हैं और Cervix, Mucous Plug से seal हो जाती हैं|ये लगातार विभाजित होती कोशिकाएं भ्रूण का निर्माण करती हैं |
गर्भावस्था के पहले दिन से आठवें हफ्ते तक यह भ्रूण Embryo कहलाता हैं | आठ हफ्ते से जन्म तक फीटस Foetus कहलाता हैं|
 

गर्भावस्था के लक्षण Symptoms of Pregnancy

सबसे प्रमुख लक्षण मासिक धर्म का  न आना हैं |अन्य मुख्य लक्षण निम्न हैं –
  • ·        थकावट
  • ·        मोर्निंग सिकनेस
  • ·        स्तनों का कोमल होना फूल जाना
  • ·        ज्यादा Urine Output
  • ·        मिठाईयां और ज्यादा कार्बोहाइड्रेट जैसे चाकलेट ,पेस्ट्री ,पिज्जा,पाईज,कुल्फी ,खट्टी चीजे खाने का मन होना |
  • ·        पीठ में दर्द

गर्भावस्था की जांच-

प्रेग्नेंसी टेस्ट किट दुकानों पर आसानी से ४०-५० रूपये में उपलब्ध हैं |रक्त और मूत्र में HCG (Human Chorionic Gonadrotrophin)होता हैं ,जो कोरियोन में बनता हैं ,यही कोरियोन placenta बनाती हैं ,जिसका एक भाग बच्चेदानी(uterus) की दीवार से तथा दूसरा भाग बच्चे की नाभि से जुडा होता हैं|गर्भावस्था की पुष्टि के पश्चात् अपने गायनेकोलोजिस्ट के पास जाना चाहिए |
ESTIMATED DELIVERY DATE (EDD;प्रसव काल का अनुमानित समय ):- 

गर्भावस्था का समय 280 दिन या 9 माह 7 दिन या 40 हफ्ते का हैं |
उदाहरण के लिए यदि किसी स्त्री का अंतिम पीरियड 25  जून को आया था तो 9 माह गिनिये ,यह २५ मार्च को आयेंगा फिर सात दिन और जोड़ दीजिये यह 1 अप्रैल हैं ,अर्थात 1 अप्रैल के आस-पास डिलेवरी होने की सम्भावना हैं |

11 February 2016

Pregnancy and Conception


मित्रो ! अपना जीवन साथी कैसे चुने ?के लिखने के बाद अब प्रेग्नेंसी पर एक विस्तृत लेख माला प्रस्तुत करने जा रहा हूँ |अपने विचारो प्रश्नों से अवगत कराते रहियेंगा|

  मातृत्व की तैयारी -2 

हर स्त्री को अपने मासिक धर्म आने के दिन को कैलेंडर या डायरी में नोट कर लेना चाहियें ,अपने Ovulation अर्थात most fertile period के बारे में सजग रहना चाहियें,क्यूंकि प्रेग्नेंसी की गणना पिछले मासिक धर्म के पहले दिन से की जाती हैं |

Ovulation

हर महीने अनेक Follicles में Eggs बनते हैं |सामान्यता एक Follicle का चयन पूर्ण विकास (परिपक्वन)के लिए होता हैं ,इसे Dominant Follicle कहते हैं |यह Dominant Follicle फट कर ओवरी से egg को मुक्त करता हैं {ovulation},ovulation का समय ,स्त्री के पिछले मासिक धर्म के दो हफ्ते या १४ दिन के बाद का होता हैं |

Preparations of Corpus Leuteum

      Ovulation के पश्चात ,फटी हुयी follicle,corpus leuteum नामक संरचना में परिवर्तित हो जाती हैं |कार्पस ल्युटीयम(corpus leuteum) से 2 हारमोन निकलते हैं –प्रोजेस्ट्रोन और इस्ट्रोजेन |प्रोजेस्ट्रोन Endometrium(यूटरस की परत )बनने में हेल्प करता हैं ताकि भ्रूण इम्प्लांट हो सकें |

Fate of the egg (ovum)

          Egg,फिर Fallopian tube में जाता हैं|वहाँ यह तब तक रहता हैं जब तक स्पर्म द्वारा फर्टिलाइजेशन नही हो जाता ,सामान्यता Ovulation के 24 घंटो बाद egg का fertilization हो जाता हैं |

मासिक धर्म(Menstrual Cycle)

        यदि कोई भी स्पर्म Egg को Fertilize नही करता हैं ,तो कार्पस ल्युटीयम  नष्ट हो जाती हैं ,जिससे हारमोनो का स्तर घट जाता हैं ,इसके कारण Endometrium नष्ट होने लगती हैं और बाहर आ जाती हैं जिससे मासिक धर्म आना कहते हैं इसे बहुधा “Weeping of Uterus” भी कहते हैं क्यूंकि fertilization नही होता हैं |

Fertilization एवं सेक्स निर्धारण –

जब स्पर्म Egg को Penitrate करता हैं ,तो Egg के चारो ओर की प्रोटीन स्तर में परिवर्तन आ जाता हैं ,जिससे अन्य  स्पर्म प्रवेश नही कर पातें फर्टिलाइजेशन के समय ही बच्चे की अनुवांशिक रूपरेखा एवं लिंग निर्धारण पूर्ण हो जाता हैं |MOTHER से XX तथा FATHER से XY क्रोमोसोम आते हैं ,यदि माँ का X क्रोमोसोम पिता के Y से जुड़ता हैं तो संतान XY अर्थ लड़का होंगा ,यदि माँ का X क्रोमोसोम पिता के X क्रोमोसोम से जुड़ता हैं तो XX अर्थात लड़की होंगी ,इस प्रकार से लड़का/लड़की होने के लिए पिता के क्रोमोसोम जिम्मेदार हैं |


9 February 2016

Marriage and Pregnancy

मित्रो ! अपना जीवन साथी कैसे चुने ?के लिखने के बाद अब प्रेग्नेंसी पर एक विस्तृत लेख माला प्रस्तुत करने जा रहा हूँ |अपने विचारो से अवगत कराते रहियेंगा|

 

मातृत्व की तैयारी -1

शादी और मातृत्व

कोई भी शादी जिसमे कपल 18 वर्ष से कम उम्र के हों child marriage कहलाता हैं |18 वर्ष से कम उम्र की शादी में लड़की शारीरिक,मानसिक रूप से अपरिपक्व होती हैं ,वह न तो शादी के लिए, न ही बच्चा पालने हेतु पर्याप्त परिपक्व  होती हैं,15 से 19 वर्ष की युवतियों में गर्भावस्था के दौरान मृत्यु सर्वाधिक होती हैं ,समाज वैज्ञानिको के अनुसार 20 वर्ष से कम उम्र की शादी में तलाक की दर भी काफी अधिक हैं {80%-85%}|दूसरी तरफ उम्र ज्यादा होने पर जैसे 30 वर्ष के उम्र के बाद FERTILITYकी दर भी घट जाती हैं ,जैसे जैसे उम्र बढती जाती हैं प्रेगनेंसी कंसीव करने में भी दिक्कते आती हैं |
        मातृत्व धारण करने का सबसे बढ़िया समय 20 वर्ष के बाद का तथा 30 वर्ष के पहले का हैं ,तब तक स्त्री पढाई लिखाई करके आर्थिक रूप से आत्मनिर्भरता की तरफ कदम बढ़ा देती हैं |ग्लैमर और खूबसूरत दुनिया की ये स्त्रियाँ पोषण और कसरत के जरिये अपने शरीर को फिट रखती हैं |ये गर्भावस्था के दौरान होने वाले बदलावों के प्रति सजग रहती हैं |
              ऐसी स्त्रियाँ जिनकी उम्र 35 वर्ष से ज्यादा हो जाती हैं उन्हें प्रेगनेंसी कंसीव करने की दिक्कतों के साथ साथ ,अनुवांशिक बीमारियों से पीड़ित बच्चे पैदा होने का भी खतरा रहता हैं ,(जैसे डाउन सिंड्रोम आदि)|नई स्टडी और रिसर्च से यह भी पता चला हैं की ज्यादा उम्र में माँ बनने पर सिजेरियन की दर भी  बढ़ जाती हैं |

अगर आपने मातृत्व की तैयारी कर ली हैं तो आपको कुछ सामान्य जांचे करवा लेनी चाहियें –

एनीमिया
थायरायड की बीमारियाँ
डायबिटीज मेलिटस
उच्च रक्त चाप
थैल्सीमियां
या कोई अन्य वीमारी जो मातृत्व को प्रभावित करें,साथ ही RUBELLA वैक्सीन को भी लगवा लेना चाहियें | 
                                                                                                                                                -Dr.Ajay Yadav 

7 February 2016

सपने में सफर

               मेरा पूरा ध्यान मेरे साँसों पर हैं |मैं इस वक्त एक बस में बैठकर एक शहर से दूसरे शहर की और जा रहा हूँ |उबड़-खाबड़ ,आड़ा-टेड़ा रास्ता होने के कारण मेरी तरह सब यात्री अपनी अपनी सीटो पर उछल रहें हैं |पूरी बस खड़खड़ा रहीं हैं |आकाश में इतने अधिक बादल छा गयें हैं की चारो तरफ बस अँधेरा ही अँधेरा छा गया हैं |वातावरण में उम्ताहत हैं |पिछले कई दिनों से ऐसा ही वातावरण हैं |धीमी गति से यह बस ऐसे ही आंगे बढ़ रही हैं |
       आकाश में घिरे काले बादल अब बिखरने लगे हैं |छटने लगें हैं |आकाश खुलनें लगा हैं |और ये उबड़-खाबड़ रास्ता अब समाप्त हों गया हैं |अब पक्के और बहुत ही सीधे रास्ते पर बस दौड़ने लगी हैं |
आकाश अधिक साफ़ हो गया हैं ,उजाला बढ़ता ही जा रहा हैं |
खिड़की से ठंडी हवा के झोके आ रहें हैं , अचानक सें बस रूकती हैं,हम अपने सीटो से उतरते हैं ,सामने बड़ा ही खुबसुरत दृश्य हैं ,लाल ,पीले नीले सफ़ेद रंग के फूलो की सुंदर का क्या कहना ?ठंडी ठंडी हवा शरीर को छूते हुए निकल रहीं हैं,कोयल की कू-कू ,मोर के पियू-पियू से मन विल्कुल ही शांत और एकाग्र हैं ,सूरज की गुन गुनी धूप लेते हुए हम ,एक छोटे रास्ते पर,जिस पर नर्म नर्म घास हैं ,आगे बढ़ते ही जा रहें हैं,
         आगे विशाल नीला समुद्र हैं अंतहीन समुद्र ..समुद्र की लहरों की आवाज निरंतर मुझे ध्यान में खीच रहीं हैं ,मैं और रिलैक्स रिलैक्स और रिलैक्स होता ही जा रहा हूँ |
 

        रोम रोम पुलकित हों रहा हैं ,मेरे साथ और लोग भी मुक्ति का आनन्द लें रहे हैं , उल्लास और जश्न ही जश्न हैं ,न कोई टेंशन ,न कोई बाधा ..पूरा शरीर हल्का हो गया हैं |ख़ुशी बढ़ रही हैं |मैं इस वक्त बहुत ही खुश हूँ ,प्रत्येक सांस के साथ एक प्रकार का हल्कापन एक प्रकार की ताजगी मेरे भीतर प्रवेश कर रही हैं |शरीर के सभी अंग अधिक से अधिक सहजता के साथ काम कर  रहें हैं |
मेरी सांस बिलकुल ही स्वाभाविक ढंग से चल रहीं हैं |मेरा ध्यान आंतरिक अवयवो पर स्थिर हो गया हैं ,मेरा ध्यान अब मेरे सिर के उपरी हिस्से में हैं ,जहाँ पर आकाश में से एक स्वर्णिम प्रकाश वाली रौशनी धीरे धीरे नीचे मेरे सिर में उतर रही हैं |यह प्रकाश अनंत चेतना का प्रकाश हैं ,कितना अदभुत हैं ?इस प्रकाश के स्पर्श करते ही मेरे पूरे शरीर से नई चेतना फैलने लगी हैं ,ये दैवीय रौशनी की किरने मष्तिष्क ,कान,नाक,मुह के अंदर तक फ़ैल चुकी हैं |इन अंगो में आनंद दायक स्पंदन हो रहें हैं |ये अंग अब और अच्छी तरह काम कर रहें हैं |जगमगाता हुआ यह प्रकाश मेरे गले से होता हुआ मेरी छाती,पेट पीठ और आंतरिक अवयवो alimentry canal,lungs ,heart,pancreas,intestine आदि अंगो तक पहुँच गया हैं | ये आंतरिक अंग और ज्यादा स्वस्थ और बेहतर तरीके से काम करने लगें हैं ,पूरे शरीर में मेटाबोलिज्म अच्छा होता जा रहा हैं |पाँव के तलवे तक विल्कुल स्वस्थ और Vibrating health से सराबोर हैं ,जिन्दगी कलरफुल हो गयी हैं |
  "थैंक्स प्रभु; इतनी खूबसूरत जिंदगी के लियें"
     तभी मुझे लगा की कोई मुझे जगा रहा हैं ,आँखे खुली सामने माँ ,मुस्कुरा रहीं थी ...एक जन्नत से लौटा था ,सामने माँ के चरणों में झुक गया |

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